घर में आइसोलेट होने के लिए दो शौचालय और अलग रूम अनिवार्य।
मरीज को स्वयं को आइसोलेट और परिजनों को क्वॉरेंटाइन करना अनिवार्य।
कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले एचआईवी पॉजिटिव कैंसर पीड़ित मरीज नहीं हो सकेंगे होम आइसोलेट।
होम आइसोलेट होने पर आरोग्य सेतु एप 24 घंटे एक्टिव रखना होगा।
स्वास्थ्य विभाग के वाट्सएप पर दिन में दो बार स्थिति की जानकारी देना अनिवार्य।
यूपी स्वास्थ्य विभाग के आइसोलेशन ऐप को भी मरीज को डाउनलोड करना होगा।
होम आइसोलेट होने के लिए पीपीपीई के समय ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, मास्क, ग्लव्स, किट खरीदनी होगी।
किसी प्रकार की समस्या होने पर संबंधित चिकित्सक को सूचित करना होगा।